2014 - कवि प्रदीप चौबे, श्री आलोक श्रीवास्तव और श्री सर्वेश अस्थाना
न्यू यॉर्क मे आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों के सम्मान मे लिखी हुयी कवितायें;
चौबे जी की भीमकाया, बैठ हास्य-तीर पर, जाके ऊंचे अट्टहास शिखर सवार हो
आलोक के भावों से, महक उठे सारे रिश्ते, मातृ दिवस ममता भरा हो, दुलार हो
सर्वेश की गरुड दृष्टि ऐसी करे व्यंग्य वृष्टि राहुल से बहनजी तक सबकी पुकार हो
गीत छंद, हास्य रंग आज संग चहुं ओर, पहले हुयी न ऐसी काव्य की बौछार हो
पहले हुयी न ऐसी काव्य की बौछार हो ...!
~ अशोक सिंह न्यू यॉर्क
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